जागो गुर्जरोँ जागो अपना इतिहास जानो।




साथियों मेरा मकसद किसी का दिल दुखाना नहीं था सिर्फ इतना जानना था क्या हमारे साथी भी अपने इतिहास से परिचित हैं दोस्तों बड़ा दुख हुआ जानकर कि कुछ लोग तो सरदार पटेल को गुर्जर मानने से ही मना कर रहे हैं और बड़ा दुख हुआ कि अपने ही प्रेरणा स्रोतों की जन्म तिथि याद नहीं है और वामन बनियों की जिनका आजादी में कोई योगदान नहीं था उनकी जन्म तिथि हमारे भोले भाले युवा बड़े जोश के साथ मनाते हैं जिन का अस्तित्व ही झूठ पर टिका हो वह क्या प्रेरणा देंगे इस भारत की आने वाली पीढ़ी को खैर कोई बात नहीं दोस्तों सवाल मैंने किया था जवाब भी मैं ही देता हूं

धन सिंह चपराना जी का जन्म 10 मई 1845 के लगभग माना जाता है इतिहास से सही साक्ष्य न मिलने के कारण व उनके वंश का कोई भी व्यक्ति आज जीवित नहीं है इस कारण चपराना जी की सही जन्म तिथि पर असमंजस बना हुआ है

आदिशक्ति राधा रानी का गोत्र हरसाना था और यह राधा अष्टमी के दिन पैदा हुई थी श्रीकृष्ण से 14 दिन बढ़ी

सचिन पायलट का जन्म 7 मई 1977 को हुआ था वह यह विधूड़ी गोत्र से थे

 सरदार पटेल की जयंती 31 अक्टूबर 1875 है वह यह खटाना गोत्र से थे  यह लेवा खाप से थे  जिन्हें आज रीवा गुर्जर कहा जाता जिसमें रुस्तम सिंह स्वास्थ्य मंत्री की लड़की भी बिहाई हुई है

कलयुग का भीम राजा योगीराज को कहा गया जिन्होंने तैमूरलंग को हार का मजा चखाया

साथियों सभी प्योर गुर्जर हैं गुर्जरों में शेवटी हुई 16 जातियां हैं जिन्हें रेवा कड़वा गायरी धनगर गुर्जर पटेल पाटिल पितलिया मोड लिया आदि आदि नामों से जाना जाता है।

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