अन्तराष्ट्रीय गुर्जर दिवस को बना रहे राजनीती



गुर्जर समाज का यह  संगठन अखिल भारतीय वीर गुर्जर महासभा एक राजनीतिक संगठन है
जिसका उद्देश्य ही समाज के नाम पर राजनीति करना है ।12 सितंबर को  अंतर्राष्ट्रीय गुर्जर दिवस की रणनीति नहीं बना रहे हैं । बल्की अंतरराष्ट्रीय गुर्जर दिवस को राजनीति बना रहे हैं ।
क्योंकि उनको पता ही नहीं है के अंतर्राष्ट्रीय गुर्जर दिवस है कब ??

क्योंकि यह बहुत पहले सम्राट कनिष्क के राज्यरोहण दिवस पर अंतर्राष्ट्रीय गुर्जर दिवस मना चुके हैं ।
बाद में किसी ने कह दिया कि कनिष्क गुर्जर नहीं है।
तो इन्होंने सम्राट कनिष्क को गुर्जर मानने से ही  इनकार कर दिया क्योकी यह कोई इतिहासकार तो हे इधर उधर से उठा पटककर  समाज को जो मर्जी आये इतिहास के नाम पर परोस रहे हे बीना किसी रिसर्च के
जब भाइयों आप को कुछ पता ही ना हो ओर किसी के कहने पर आप अंतर्राष्ट्रीय गुर्जर दिवस कभी सम्राट कनिष्क के नाम पर कभी मिहिर भोज के नाम पर मना रहे हो ओर ऐसा करके समाज के लोगो को igd को लेकर क्यो गुमराह कर रहे हो अगर तुमसे किसी ने सबूत मागा हे  ओर तुम्हारे पास सबूत उपलब्ध नही थे तो इसका मतलब यह निकाला कि कषाणा कुषाणो के वशज नही हे अरे अनपढो शोशल मिडिया पर भ्रांति फेलाने से पहले डा शुशील भाटी जी से बात कर लेते

बहुत ही दोगले हे यह सगढन वाले । अपनी दुकाने चलाने
के लिए कब तक मिथ्या इतिहास का सहारा लेकर बेवकूफ बनाओगे तुम
समाज के  नाम पर जैसे आपकी मर्जी आए  वैसे कुछ भी मना रहे हो???
 समाज को क्या बेवकूफ समझ रखा है क्या??
 भाई क्यों मजाक बना रखी समाज की और हमारे समाज के जो जागरुक युवा है वह भी ऐसे राजनीतिक संगठनों का जो समाज के इतिहास से खिलवाड़ कर रहे हैं।
का विरोध भी नहीं करते भाइयों एक दिन आएगा जब यह सारा इतिहास  खा जाएंगे और हमें कहेंगे कि हमारा कोई इतिहास नहीं है तो भाइयों देख रहा हूं कुछ जागरूक भाई है अभी तक भी इनका विरोध नहीं कर रहे हैं । इन्हीके कारण जाट भी कनिष्क पर एक मात्र कासवान गोत से कुषाणो को लेकर क्लेम करने लगे थे जो कभी कुषाण थे ही नही

और ना ही हमारे समाज के लोग जो इतिहास कि जानकारी रखते हे जागरूक इतिहास के प्रति वह  सामने आ करके इन को कुछ बोलना नही चाहते हैं जब तक हम सामने आ करके इनका विरोध नहीं करेंगे तब  तक हमारे इतिहास का यूं ही मजाक बनाते रहेंगे। हमे इस सगढन का समाज से पूर्ण रूप से बहिष्कार करना होगा आज तक समाज कि भलाई के लिए कोई ढग का काम तक नही किया इन्होंने

ओर हम देख भी रहें क्योंकि मिहिर भोज की जयंती पर इंटरनेशनल गुर्जर डे मनाया जा रहा तो सिर्फ एक राजनीतिक संगठन के द्वारा ना कि सर्व समाज के द्वारा सर्व समाज ने पूरे भारत में अपने पूर्ण समर्थन के साथ 22 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय गुर्जर दिवस गुर्जर सम्राट कनिष्क महान के राज्य रोहनण की वर्षगांठ पर मनाया था यहा तक कि अफगानिस्तान पाकिस्तान मे भी पूर्ण समर्थन के साथ मनाया जा रहा हे हर वर्ष । इनका अंतरराष्ट्रीय गुर्जर दिवस बस दो चार  राज्यो दो चार जिलो मे मनता हे जहा इनकी ब्राच हे । अखिल  भारतीय वीर गुर्जर महासभा को या तो सबक  सिखाओ वरना इसका बहिष्कार करो यह समाज को पीछे ले जाने का काम कर रही है धन्यवाद
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