सचिन पायलट राजस्थान का पायलट जिसने कांग्रेस के जहाज को रनवे तक पहुंचाया

सचिन पायलट – राजस्थान का पायलट जिसने कांग्रेस के जहाज को रनवे तक पहुँचाया।

जयपुर: राजस्थान के सबसे चर्चित व प्रभावशाली और हाल ही में उपमुख्यमंत्री बने सचिन कांग्रेस के एक युवा राजनेता हैं। चर्चित राजनीतिक हस्ती स्वर्गीय राजेश पायलट के बेटे हैं। वहीं इस बार हुए चुनावों में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने युवा नेता सचिन पायलट को उपमुख्यमंत्री बनाकर उनपर भरोसा दिखाया है। इससे पहले वे प्रदेश अध्यक्ष के रूप में जनता के समक्ष रहे हैं। सचिन पायलट का लोहा आज सभी मान रहे हैं क्यूंकि उन्होंने राजस्थान में कांग्रेस को एक ऐतिहासिक जीत दिलाई है।

कौन है सचिन पायलट..?


सचिन पायलट का जन्‍म 7 सितंबर सन् 1977 को उत्‍तरप्रदेश के सहारनपुर में हुआ था। नोयडा में वेदपुरा उनका पुश्‍तैनी गांव है। सचिन पायलट गुज्जर समुदाय से हैं। उनके पिता राजेश पायलट कांग्रेस के जाने-माने नेता और केंद्रीय मंत्री थे। सचिन पायलट ने अपनी स्‍कूली शिक्षा नई दिल्‍ली के एयर फ़ोर्स बाल भारती स्‍कूल से प्राप्‍त की तथा नई दिल्‍ली के ही सेंट स्‍टीफ़ेंस कॉलेज से स्‍नातक किया, तत्‍पश्‍चात उन्‍होंने अमेरिका के पेंसिलवेनिया विश्‍वविद्यालय से प्रबंधन में स्‍नातकोत्‍तर की उपाधि प्राप्‍त की।

पारिवारिक जीवन


सचिन पायलट ने सन् 2004 में सारा अब्‍दुल्‍लाह से विवाह किया, जो कश्‍मीर के दिग्‍गज नेता फ़ारुक अब्‍दुल्‍ला की बेटी हैं। सचिन पायलट के दो बेटे हैं नाम आरान और वेहान पायलट। सचिन पायलट ने 10 फ़रवरी 2002 के दिन कांग्रेस से जुड़ने के साथ अपने राजनीतिक जीवन का पदार्पण किया।

राजनैतिक जीवन (सबसे कम आयु के सांसद बने थे)




वे 14वीं लोकसभा में कांग्रेस की ओर दौसा से चुनाव लड़े और जीत दर्ज की। इस समय उनकी आयु मात्र 26 साल थी, जो भारत में सबसे कम आयु में सांसद बनने का कीर्तिमान भी था। इसके बाद 15वीं लोकसभा अर्थात 2009 के लोकसभा के चुनाव में वे अजमेर से सांसद चुने गए। सचिन पायलट पहले ऐसे भारतीय केंद्रीय मंत्री हैं, जिन्‍होंने क्षेत्रीय सेना में अपनी सेवा दी है, वे 6 सितंबर सन् 2012 को क्षेत्रीय सेना में सम्‍मिलित हुए। 21 जनवरी 2014 से उन्‍होंने राजस्थान के कांग्रेस के नए प्रदेशाध्‍यक्ष का पद भी संभाला है।

चुनावों में रही अहम भूमिका


हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में प्रदेशाध्‍यक्ष होने के नाते सचिन पायलट की भूमिका काफी अहम रही है। राजस्थान में कांग्रेस की तरफ से सीएम पद की दावेदार माने जा रहे सचिन पायलट को पार्टी ने उपमुख्यमंत्री बनाकर जनता के समक्ष रखा है। साथ ही अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री निर्वाचित किया गया है।





2 014 में कांग्रेस अध्यक्ष पद की कमान सँभालने के बाद सचिन पायलट ने यह प्रण लिया था की वो जबतक कांग्रेस को राजस्थान में जीत नहीं दिलवाते तब तक अपने सर पर पगड़ी/साफा नहीं बंधेंगे। अंततः सचिन पायलट की 5 वर्षों की मेहनत रंग लायी और कांग्रेस की राजस्थान में दोबारा सरकार बानी। 16 दिसंबर 2018 को सचिन पायलट ने उपमुख्यमंत्री के तौर पर सपथ लिया और इस दौरान वो साफा बंधे हुए दिखाई दिए। उन्होंने अपने मेहनत से अपना प्रण पूरा किया और राजस्थान समेत पुरे हिंदुस्तान में अपना लोहा मनवाया।

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